डीएम ने उ.प्रा.वि बीकापुर का औचक निरीक्षण
गाजीपुर। डीएम आर्यका अखौरी ने उच्च प्राथमिक विद्यालय बीकापुर गाजीपुर, कमपोजिट विद्यालय का औचक निरीक्षण किया उन्होंने निरीक्षण की प्रक्रिया क्लास 5 से शुरू की। उन्होंने बच्चों से पूछा कि क्या आप लोगों के क्लास में मैम पढ़ाने आती है कि नहीं, बच्चों ने कहा कि मैम आती है तभी मैडम ने पाया कि कुछ बच्चे ड्रेस नहीं पहने थे बच्चों से पूछने पर बताया कि उनके ड्रेस गंदे तथा फट गए हैं जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कोई भी बच्चा बिना ड्रेस के नहीं आएगा अगर आता है तो उसके अभिभावक को बुलाकर उसका नाम काट दिया जाएगा इसी क्रम में बच्चों से उन्होंने पूछा कि आप लोगों की अध्यापक अच्छे से पढ़ाती हैं कि नहीं उन्होंने बच्चों को खड़ा करके उनसे बुक को पड़वाया कुछ बच्चे पड़े तो कुछ बच्चे नहीं जो बच्चे किताब को पढ़ें जिलाधिकारी ने अपने हाथों से चॉकलेट दिए इसी क्रम में बच्चों से उन्होंने पूछा कि उन्हें सही समय पर खाना मिलता है कि नहीं बच्चों ने कहा कि हमें भोजन सही समय पर मिलता है उन्होंने दूध एवं फल का जिक्र किया बच्चों ने कहा कि यह भी हम लोगों को सही समय पर मिलता है जिलाधिकारी ने उनमें से कुछ बच्चों को देखा कि बीमार जैसे लग रहे हैं तो तत्काल सीएमओ साहब को फोन करके एक टीम यहां भेजने को कहा ताकि बच्चों का इलाज हो सके और अध्यापकों को कहा कि यहां जो आशा एवं एएनएम की ड्यूटी जो लगी है वह भी आकर चेक करें इसी क्रम में जिलाधिकारी ने रसोईया को चेक किया उन्होंने रसोइयों को बुलवाया खुद किचन में जाकर उनसे भोजन के बारे में पूछा और कहा कि आज क्या बना है उन्होंने कहा दाल चावल बना है तब जिलाधिकारी ने एक थाली में दाल चावल लाने को कहा तथा खा कर चेक किया और कहा कि सही बना है उन्होंने उन लोगों से भी कहा कि आप लोगों को जो ड्रेस मिला है उसे पहन कर रखें ताकि खाना बनाते वक्त आपके बाल एवं धूल खाने में ना पड़े उन्होंने रसोइयों के वेतन के बारे में भी पूछा तो पाया कि उनका वेतन सही समय पर मिल रहा है तथा इन रसोइयों के बच्चे इसमें पढ़ रहे हैं कि नहीं जवाब में जिलाधिकारी ने पाया की यहां सब ठीक है इसी क्रम में जिलाधिकारी ने शौचालय को भी चेक किया उसमें कुछ गंदगी पाई गई हाथ धोने वाला भी गंदा था क्लास 5 में 31 बच्चे थे जिसमें से 20 बच्चे आए थे क्लास 4 में 30 बच्चे थे जिसमें से 19 बच्चे आए थे। जिलाधिकारी ने मौके पर ग्राम प्रधान एवं सचिव को बुलाकर स्कूल की हालत को ठीक करने को कहा1। उन्होंने कहा कि स्कूल के खाली मैदान में किनारे किनारे घास तथा फूल पत्ती लगाएं और बीच में प्लेग्राउंड की व्यवस्था करें तथा स्कूल की साफ सफाई पर ध्यान दें।