Chandrayaan 3: इलाहाबाद, लखनऊ यूनिवर्सिटी, MNNIT से पढ़कर निकले, चांद पर लहरा दिया तिरंगा


Chandrayaan 3 : देशभर में जश्न का माहौल है. देश का झंडा चांद पर लहरा रहा है. भारत का सिर दुनिया भर में गर्व से ऊंचा है. चंद्रयान-3 की सफलता पूर्वक चांद के साउथपोल पर लैंड है. जोश से भर देने वाले लम्हे को सच कर दिखाने के लिए ISRO की टीम ने दिन-रात सालों तक मेहनत की. Chandrayaan-3 टीम में अलग-अलग स्तर पर बहुत से लोग. इन्हीं में से कुछ का जिक्र हम यहां करने जा रहे हैं.

हरिशंकर गुप्ता- इन्होंने चंद्रयान-3 के इंटेलीजेंस सेंसर तकनीक को विकसित करने वाली टीम में काम किया. हरिशंकर गुप्ता Allahabad University से पढ़े हैं. वे इसरो के स्पेस एप्लीकेशन सेंटर अहमदाबाद में काम करते हैं. इन्होंने Allahabad University के जेके इंस्टीट्यूट से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन में B.Tech किया है. बीटेक के बाद BHU से एमटेक किया , 2002 से इसरो से जुड़े हैं.

नेहा अग्रवाल- नेहा Allahabad से हैं, ये भी इसरो में काम करती हैं. इन्होंने Allahabad के गर्ल्स हाईस्कूल से पढ़ने के बाद यूनाइटेड कॉलेज से बीटेक किया. इसके बाद MNNIT से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में M.Tech किया. तभी से इसरो से जुड़ी हैं. नेहा ने Chandrayaan-2 की टीम में भी काम किया था.

कमलेश शर्मा- कमलेश UP के गाजीपुर जनपद के रेवतीपुर से हैं. वे भी चंद्रयान-3 से जुड़ी टीमों में से एक का हिस्सा रहे. इन्होंने 12वीं तक गाजीपुर से पढ़ाई की. Lucknow University से ग्रेजुएशन की. पोस्ट ग्रेजुएशन मैथ्स से की. ये नेट और गेट एग्जम भी पास कर चुके हैं. Lucknow University में हिस्ट्री सब्जेक्ट में सबसे ज्यादा नंबर लाने के लिए 10 मेडल भी जीते थे. कमलेश 2010 से इसरो से जुड़े हैं.

प्रियांशु वार्ष्णेय- प्रियांशु भी इसरो में काम करते हैं. chandrayaan से जुड़े काम करने वाली टीम का हिस्सा रहे. ये लैंडर और रोवर पर काम करने वाली टीम में रहे. इन्होंने एमटेक किया. प्रियांशु अलीगढ़ से हैं.

आलोक कुमार पांडेय- आलोक भी चंद्रयान को कमयाब करने वाली टीमों में से एक का हिस्सा रहे. वह landing and communication पर काम करने वाली टीम में कमांड सेंटर में काम किया. आलोक इससे पहले आलोक मार्स मिशन 2014 में, chandrayaan 2 में भी काम कर चुके हैं. आलोक मिर्जापुर से हैं.

सत्यपाल- सत्यपाल भी यूपी से हैं. इसरो में वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं. इन्होंने व्हीकल के दूसरे चरण लिक्विड प्रोपल्सन के इंचार्ज के तौर पर काम किया.

मेघ भटनागर और गौतमी- ये दोनों पति पत्नी हैं. मेघ भटनागर और मुरादाबाद के कांशीरामनगर से हैं. वे Chandrayaan-3 मिशन में ऑन बोर्ड सॉफ्टवेयर साइंटिस्ट के तौर पर जुड़े हुए हैं. Megh Chandrayaan-2 में भी थे.


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