न्यायालय को ताक पर रख जखनिया तहसीलदार ने पच्चास सालो से आने-जाने के रास्ते को किया बंद
ग्राम प्रधान को धमकाते हैं जखनियां तहसीलदार
पन्द्रह घरों का बंद हुआ रास्ता, ग्रामीणों में आक्रोश
ग्राम प्रधान ने लगाया जखनियां तहसीलदार पर गंभीर आरोप
गाजीपुर। खबर जखनियां तहसील से है।
जहां न्यायालय को ताक पर रखते हुए जखनियां तहसीलदार ने रास्ता बंद करवा दिया
आपको बताते चलें कि जखनियां तहसील अंतर्गत ग्राम चौरा में एक गांव समाज की जमीन जो पच्चास वर्षों से लोगों के आने-जाने का रास्ता बनी हुई थी। जिसको लेकर नंद लाल यादव पुत्र- स्वर्गीय : दीपन यादव, निर्मल यादव, राजेंद्र यादव पुत्र- स्वर्गीय: झांगूर यादव ,व मूलचंद यादव , फूलचंद यादव , रूपचंद्र यादव पुत्रगण - स्वर्गीय: कृत यादव , पप्पू यादव पुत्र- स्वर्गीय खरभान यादव , शिव मुनि यादव पुत्र- स्वर्गीय: बल्ली यादव निवासी ग्राम चोरा के हैं। इनके बीच रास्ते को लेकर विवाद पैदा हुआ , जिस पर गांव में कई बार सम्मानित लोगों को बुलाकर पंचायत किया गया , लेकिन यह बात पंचायत के बीच भी हल नहीं हुई । जिसको देखते हुए नंदलाल यादव ने इस मामले को न्यायालय के समक्ष ले गए । जिसका मुकदमा 59 / 2019 सिविल जज के यहां चल रहा है। जो अब तक विचाराधीन है । इस मामले को विपक्षगण यानी मूलचंद , फूलचंद, रूपचंद ने तहसीलदार जखनियां के समक्ष इस बात को रखें । तब तहसीलदार जखनियां ने नंदलाल यादव , निर्मल यादव, राजेंद्र यादव को बुलाकर मामले को समझने की कोशिश की । जब नंदलाल यादव ने उन्हें बताया कि यह मामला न्यायालय सिविल जज के यहां 2019 से चल रहा है। इसके बावजूद तहसीलदार जखनियां रामजी राय ने न्यायालय को ताक पर रखते हुए , स्वयं मौके पर पहुंचे और खड़े होकर रास्ते को बंद करवाया ।
ग्राम प्रधान रमेश राम के विरोध करने पर तहसीलदार ने कहां कि एफआईआर कर देंगे।
जिससे गांव के कई लोगों का आना जाना दुर्लभ हो गया है। एक वही रास्ता था , जिसके माध्यम से लोग अपने घरों और खेतों में पहुंचते थे। रास्ते को बंद कराने के बाद गांव के लोगों को तमाम समस्याएं हो रही हैं । तहसीलदार जखनियां किस दबाव में आकर यह कार्य किए , यह समझ में नहीं आता । लेकिन उनके द्वारा इस तरह के कार्य करने से यह गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है ।