गाजीपुर। “पुत्र कुपुत्र हो सकता है पर माता कुमाता नहीं हो सकती” यह कहावत आज के दौर में अब बेमानी हो गयी है।
अपने परिवार से लड़ झगड़ कर अपने मायके आयी महिला ने अपने कलेजे के टुकड़ों को विषाक्त पदार्थ पिलाकर उन्हे मारने की कोशिश की जिसके चलते जहां दो बच्चों की मौत हो गयी वहीं एक की हालत नाज़ुक बनी हुई है।
ज्ञबताते चलें कि जिले के रेवतीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम साइत बांध निवासी बालेश्वर यादव दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। उनकी पत्नी सुनीता यादव अपने ससुराल में ही रह रही थी। करीब एक हफ्ते पूर्व उनका अपने देवर से किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गयी थी। इससे आक्रोशित सुनीता अपनी ससुराल छोड़कर अपने बच्चों सहित अपने मायके अपने पिता स्व. लालजी यादव के घर सुहवल थाना क्षेत्र के ग्राम ढढ़नी भानमल राय आ पहुंची। पिता के घर से ही उसने मोबाइल फोन से अपने पति से वार्ता की।
इसके बाद जब पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा था, उसी दौरान सुनीता ने अपने तीन बच्चों पुत्र हिमांशु यादव (10 वर्ष), पीयूष यादव (8 वर्ष) व पुत्री सुप्रिया यादव (5 वर्ष) को चाय में सल्फास मिलाकर दे दिया, जबकि उसका छोटा पुत्र दिव्यांशु(3 वर्ष) अपनी नानी के साथ घर से बाहर था, जिसके फलस्वरूप वह जहरीली चाय पीने से बच गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही परिवार में हड़कंप मच गया। पीड़ित बच्चों को साथ लेकर परिजन जिला चिकित्सालय भागे। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान ही हिमांशु व प्रियांशु की इहलीला समाप्त हो गई तथा गंभीर अवस्था में सुप्रिया को बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया।